दिल्ली के विकासपुरी निवासी कमल सिंंह
क्राउडफंडिंग से लंदन में दिल्ली के ई-रिक्शा चालक के बेटे का सपना हो रहा साकार
नई दिल्ली : सपनों में जान हो तो मंजिल मिल ही जाती है। जरूरत बस एक ठोस कदम बढ़ाने की होती है। ऐसा ही कुछ हुआ है दिल्ली में विकासपुरी के रहने वाले ई-रिक्शा चालक के बेटे 20 वर्षीय कमल सिंह के साथ। उसका सपना है अंतरराष्ट्रीय नृत्य मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का। श्रेष्ठता के लिए पेशेवराना प्रशिक्षण पाने का आमंत्रण भी उन्हें लंदन स्थित प्रतिष्ठित इंग्लिश बैले स्कूल की ओर मिला है। लेकिन, सामान्य परिवार से आने की वजह से उऩके सामने सबसे बड़ी चुनौती फीस अदा करने और लंदन में रहकर पढ़ाई करने के लिए फंड की कमी की आई। सपनों को साकार करने के लिए कमल अब क्राउडफंडिंग अभियान चला रहा है। जिसे खासा समर्थन भी मिल रहा है।
इंग्लिश बैले स्कूल के एक वर्षीय पेशेवर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सफल होने के बाद कमल सिंह का सपना अंतरराष्ट्रीय नृत्य मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का है। इसके लिए न केवल उन्हें फीस, बल्कि लंदन में रहने के लिए काफी बड़ी राशि की जरूरत है। कमल का कहना है -मेरा परिवार और मेरे कोच हमेशा मेरे साथ खड़े रहे हैं। उन्होंने कभी मुझे निराश नहीं होने दिया। लेकिन, मैं एक साल के पाठ्यक्रम की फीस - 8000 पांउड (करीब 7.60 लाख रुपये) वहन नहीं कर सकता हूं। लंदन में रहने का खर्च भी कम से कम एक हजार पाउंड (करीब 95 हजार रुपये) है।
कमल सिंह के मुताबिक, मैंने क्राउडफंडिंग के मंच 'केट्टो' पर कोष एकत्र करने का फैसला किया। मैं लोगों के प्यार और समर्थन से आगे बढ़ूंगा जो मुझे लोगों से मिल रहा है। मैं लोगों का आभारी हूं, जो मेरे अभियान को दान दे रहे हैं। कमल ने बताया कि उन्होंने ब तक 18,000 पाउंड (करीब 17.11 लाख रुपये) इकट्ठा कर लिया है। उनका लक्ष्य 27,777 पाउंड (करीब 26.40 लाख रुपये) एकत्र करने का है। उनके इस अभियान का दुनियाभर के सैकड़ों लोग समर्थन कर रहे हैं।
कमल दिल्ली में विकासपुरी के रहने वाले हैं। सरकारी स्कूल से पढ़ाई करने वाले कमल ने अपनी प्रोफाइल में लिखा है कि चार साल पहले वह बैले डांस के बारे में कुछ भी नहीं जानते थे। लेकिन, उनको डांस का शौक था। आर्थिक तंगी के कारण वो प्रशिक्षण नहीं ले पा रहे थे। टीवी देखकर डांस करना सीखते थे। एक दिन नई दिल्ली स्थित बैले स्कूल एंड कंपनी के निदेशक मैस्ट्रो फर्नांडो से उनकी मुलाकात हुई। इसके बाद कमल सिंह को इस कला से इस कदर प्यार हो गया कि उन्होंने इसे करियर के रूप में अपना लिया। अब उनका सपना साकार होने को है। लंदन स्थित प्रतिष्ठित इंग्लिश बैले स्कूल ने कमल सिंह को अपने यहां एक साल के प्रशिक्षण के लिए न्योता भेजा है। साथ ही वह इस सपने को पूरा करने के लिए क्राउडफंडिंग के जरिए रुपये इकट्ठा कर रहे हैं।
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